खनिज किसे कहते हैं और यह कितने प्रकार के होते हैं?

खनिज (Minerals) किसे कहते हैं
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नमस्कार साथियों आपका स्वागत है हमारे इस नए आर्टिकल खनिज किसे कहते हैं में। खनिज हमारे जीवन में बहुत मुख्य रोल निभाते हैं। हमारे भोजन में भी कई प्रकार के घर में शामिल होते हैं जो हमारे जीवन को सुचारू रूप से चलाने में सहायक होते हैं। आज हम पृथ्वी से निकाले गए खनिजों की चर्चा करेंगे जिनको शुद्ध करने पर हमें धातु और अधातु प्राप्त होते हैं।

हम आपको बताएंगे की खनिज की परिभाषा क्या है? खनिज किस को कहते हैं और इन्हें कितने प्रकार में विभाजित किया गया है? इसको बनाने वाली प्रक्रियाएं, खनिजों की खुदाई के बाद खनिज को शुद्ध करने की विधियां आदि विषय पर विस्तार से चर्चा करेंगे। दोस्तों आर्टिकल खनिज किसे कहते हैं को समझने के लिए इसे अंत तक जरूर पढ़ें। अब शुरू करते हैं अपना आर्टिकल ।

खनिज किसे कहते हैं – What is Minerals?

खनिज ऐसे पदार्थ को कहते हैं जो खान से खोदकर निकाले जाते हैं। खनिज अशुद्ध अवस्था में ही पाए जाते हैं और उन्हें शुद्ध करना अति आवश्यक होता है। खनिज की वैज्ञानिक परिभाषा इस प्रकार दी जा सकती है की वे पदार्थ जो भौगोलिक परिस्थितियों के परिवर्तन के फल स्वरुप बनते हैं, खनिज कहलाते हैं।

खनिजों के उदाहरण लोहा, टिन, कोपर, एलुमिनियम, सिल्वर आदि हैं।

मिश्रण किसे कहते हैं?

खनिजों के प्रकार – Types Of Minerals

हमारी प्रकृति में मुख्य रूप से तीन प्रकार के खनिज पाए जाते हैं, जो निम्नलिखित दिए गए हैं –

  1. धात्विक खनिज
  2. अधात्विक खनिज
  3. ऊर्जा खनिज

धात्विक खनिज किसे कहते हैं? What is metallic minerals?

पृथ्वी से जब बहुमूल्य पदार्थों को निकालते हैं, तो यह शुद्ध अवस्था में नहीं पाए जाते हैं। इनमें कई प्रकार की अशुद्धियां भी शामिल होती हैं। परंतु कुछ भौतिक व रासायनिक विधियों द्वारा इन अशुद्धियों को दूर किया जाता है तब हमें जो खनिज प्राप्त होता है वह एकदम शुद्ध होता है। इसे ही हम धात्विक खनिज कहते हैं।

धात्विक खनिज भी तीन प्रकार में बांटे गए हैं –

लौह धात्विक खनिज:

लोहा, मैंगनीज, निकेल कोबाल्ट आदि लौह धात्विक खनिज होते हैं।

अलौह धात्विक खनिज:

अलोह धात्विक खनिजों में बॉक्साइट, लेड, टिन, कॉपर आदि आते हैं।

बहुमूल्य धात्विक खनिज:

इनके अंतर्गत गोल्ड, सिल्वर, प्लैटिनम आदि महंगे खनिज आते हैं।

अधात्विक खनिज किसे कहते हैं?

जिन खनिजों से अधातु में प्राप्त की जाती हैं उन्हें अधात्विक खनिज कहते हैं। खुदाई के समय जब यह खनिज निकाले जाते हैं, तब इन्हे शुद्ध करना अति आवश्यक होता है। जिससे कि अधातु के साथ कोई अशुद्धि मिक्स होकर ना आ जाए।

धात्विक खनिजों के उदाहरण में कार्बन ग्रेफाइट, सोडियम, पोटाश आदि आते हैं।

ऊर्जा खनिज किसे कहते हैं?

जैसा कि इस खनिज के नाम से ही स्पष्ट है कि वे खनिज जो ऊर्जा प्रदान करते हैं ऊर्जा खनिज कहलाते हैं। ऊर्जा खनिजों की कैटेगरी में पेट्रोलियम, कोयला और नेचुरल गैस आते हैं। यह सभी पदार्थ ज्वलनशील होते हैं और ऊर्जा प्रदान करते हैं।

खनिज के प्रकार

खनिजों को कितने वर्गों में बांटा गया है?

विज्ञान की परिभाषाओं के अनुसार खनिजों को मुख्यतः 7 वर्गों में विभाजित किया गया है जो कि निम्न प्रकार दिए गए हैं –

  1. ऑक्साइड वर्ग
  2. कार्बोनेट वर्ग
  3. सल्फेट वर्ग
  4. सिलिकेट वर्ग
  5. फास्फेट वर्ग
  6. हैलाइड वर्ग
  7. सल्फाइड वर्ग

खनिजों के कुछ प्रमुख गुण – Some important characteristics of Minerals

अपने इस लेख खनिज किसे कहते हैं मैं अब हम आपको खनिजों के कुछ प्रमुख गुण और लक्षण बताने वाले हैं जो कि एक बहुत महत्वपूर्ण विषय है। खनिजों के कुछ प्रमुख गुण निम्नलिखित है –

  • रंग – कोई भी पदार्थ यदि वह एक यूनिक रंग रखता है तो उसे आसानी से पहचाना जा सकता है। ऐसा ही खनिजों के साथ भी होता है। खनिजों में विशेष प्रकार के रंग पाए जाते हैं जिन्हें देखकर हम उस खनिज की पहचान कर सकते हैं। अतः खनिजों की पहचान करने के लिए उनके रंगों के बारे में एक अच्छी नॉलेज होनी चाहिए।
  • कठोरता – खनिजों में एक कठोरता या कोमलता एक अच्छे लेवल पर देखने को मिलती है। कौन सा खनिज किस प्रकार की कठोरता रखता है इस बात की जानकारी होने पर हम खनिज को आसानी से पहचान सकते हैं।
  • चमक – प्रकाश चिकने तल से टकराकर या तो रिफ्लेक्ट होता है या फिर रिफ्रैक्ट। इन्हीं गुणों के आधार पर हम खनिजों की पहचान करते हैं, कि कौन सा खनिज किस प्रकार का प्रकाश परावर्तन और अपवर्तन करता है।

खनिजों के बनने की प्रक्रियां – Methods of Minerals Making

खनिजों को पृथ्वी के अंदर से निकाला जाता है या फिर चट्टानों को तोड़कर खनिज प्राप्त किए जाते हैं। चलिए अब अपने आर्टिकल खनिज किसे कहते हैं के अंदर आपको बताने जा रहे हैं कि खनिजों के बनाने में कौन-कौन सी प्रक्रिया शामिल होती हैं। यह प्रक्रियाँ निम्नलिखित है –

आसवन (Distillation) –

कोई ऐसा द्रव जिसमें कोई ठोस अशुद्धि के रूप में घुला हो, तो उस द्रव की शुद्धि के लिए हम आसवन विधि का प्रयोग करते हैं। इस विधि में सर्वप्रथम उस अशुद्ध खनिज या द्रव को ले लेते हैं जिसमें अशुद्धि घुली हुई है और फिर इस मिश्रण को गर्म करते हैं। ऐसा करने से द्रव वाष्पित हो जाता है और इस वाष्प को एकत्र कर लेते हैं, इस वाष्प को ठंडा करने पर हमे शुद्ध द्रव प्राप्त होता है।

उर्ध्वपातन (Sublimation) –

यही एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें कोई ठोस को गर्म करने पर वह द्रव में नहीं बदलता है और सीधे गैस में बदल जाता है। इस प्रकार के खनिज ज्वालामुखी विस्फोट स्थान के आसपास अधिक मात्रा में पाए जाते है।

जीवाणु द्वारा (By Bacteria) –

प्रकृति में कुछ ऐसे बैक्टीरिया जीव पाए जाते हैं जो खनिजों को विलयन से पृथक कर देते हैं। और हमे शुद्ध खनिज प्राप्त हो जाता है। ये बैक्टीरिया उस अशुद्ध पदार्थ का अवक्षेपण कर देते हैं।

तत्व किसे कहते हैं?

भोजन में आवश्यक खनिज – Important Minerals In Food

हमारे भोजन में अनेक प्रकार के खनिज पाए जाते हैं। जो हमारे जीवन को सुचारू रूप से स्वस्थ बनाए रखते हैं। खाद्य पदार्थो में खनिजों की उपस्तिथि अनिवार्य है। भोजन में उपस्थित कुछ प्रमुख खनिज निम्न हैं –

  • आयरन हमारे शरीर की विभिन्न रासायनिक अभिक्रिया को चलाने के लिए जिम्मेदार होता है। शरीर में आयरन, हीमोग्लोबिन और प्रोटीन के निर्माण में सहायक है।
  • हमारे शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए हमे Zinc की आवश्यकता बहुत होती है जो हमें विभिन्न बीमारियों के संक्रमण से भी बचाता है।
  • तंत्रिका तंत्र कोशिकाओं के संचालन के लिए पोटेशियम एक अति आवश्यक खनिज है। पोटेशियम के साथ सोडियम भी साथ में तंत्रिका तंत्र में कार्य करता है। इसके अलावा यह खनिज शरीर में ऑस्मोटिक पोटेंशियल को बैलेंस करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

निष्कर्ष

आशा करता हूँ कि आज का हमारा यह आर्टिक्ल आपको जरूर पसंद आया होगा। जिसमे आपको खनिज से जुड़े सभी तथ्यों के बारे मे जानकारी दी गयी। अगर अब भी आपका कोई संदेह अथवा सवाल बाकी  है तो कृपया कॉमेंट बॉक मे कॉमेंट करके जरूर पूछें।

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