मोलरता किसे कहते हैं इसकी परिभाषा और सूत्र बताइए (Molarity in Hindi)

मोलरता किसे कहते हैं
5/5 - (1 vote)

नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका हमारे हिंदी केमिस्ट्री की इस बेहतरीन वेबसाइट पर। आज हम आपको सांद्रता का एक बहुत महत्वपूर्ण शब्‍द मोलरता किसे कहते हैं के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं। रसायन विज्ञान के पाठ्यक्रम में बिलयन नामक पाठ में सांद्रता के विभिन्न प्रकारों के बारे में बताया जाता है जिसमें से मोलरता एक बहुत मुख्य भाग है। अतः है इसके बारे में जानना आपके लिए बहुत आवश्यक है। इनसे पहले कि आर्टिकल्स में हमने आपको राउल्ट और हेनरी के नियमों के बारे में बताया था। आप उन्हें भी जाकर हमारी वेबसाइट से पढ़ सकते हैं।

आज हम जिन महत्वपूर्ण प्रश्नों के बारे में अध्यन करेंगे वे कुछ इस प्रकार होंगे की मोलरता किसे कहते हैं (Molarta Kise Kahte Hain), मोलरता से क्या समझते हैं, शुद्ध जल की मोलरता कितनी है, मोलरता और मोललता में अंतर क्या है, मोलरता का सूत्र। यह कुछ ऐसे महत्वपूर्ण प्रश्न है जो बार-बार परीक्षा में पूछे जाते हैं, इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आप कोई अच्छे से समझ में आ जाएगा की मोलरता कितना महत्वपूर्ण भाग है. अतः इन्हें आप अच्छे से कंठस्थ कर लें और हमारे इस आर्टिकल का लाभ उठाएं। तो चलिए बिना कोई देर किये शुरू करते हैं अपना आज का आर्टिकल मोलरता किसे कहते हैं। 

हेनरी का नियम क्या है?

मोलरता क्या है? (Molarta Kya Hai?)

किसी दिए गए विलयन की मोलरता को प्रति लीटर विलयन में विलेय के मोल्स की कुल संख्या के रूप में परिभाषित किया जाता है। किसी विलयन की मोललता प्रणाली के भौतिक गुणों में परिवर्तन पर निर्भर करती है जैसे दबाव और तापमान के विपरीत द्रव्यमान के रूप में, प्रणाली की मात्रा प्रणाली की भौतिक स्थितियों में परिवर्तन के साथ बदलती है। Molarity को M द्वारा दर्शाया जाता है, जिसे Molar कहा जाता है। एक मोलर एक विलयन की मोलरता है जहां एक लीटर घोल में एक ग्राम विलेय (Solute) घोला जाता है। जैसा कि हम जानते हैं, एक घोल में, विलायक और विलेय मिलकर एक घोल बनाते हैं, इसलिए, घोल का कुल आयतन लिया जाता है। मोलरता की इकाई मोल/लीटर (mol/L) होती है।

मोलरता का सूत्र

इसका मान ज्ञात करने के लिए निम्नलिखित फार्मूला का प्रयोग किया जाता है। अर्थात Molarity का फार्मूला निम्नलिखित है-

मोलरता का सूत्र

मोलरता (M) = विलेय पदार्थ की मोलों में संख्या (n) / विलयन का आयतन V ( लीटर में )

चूँकि विलेय पदार्थ के मोल (mol) = विलेय का gram में भार / अणुभार (Molecular Weight)

इसलिए  मोलरता (M) = विलेय का gram में भार / (अणुभार x विलयन का आयतन (लीटर में )

इसे संक्षेप में इस प्रकार भी लिख सकते हैं –

M= n / V

M का तात्पर्य उस Solution की मोलरता से है।
n का तात्पर्य विलय के Moles की संख्याओं से है।
V का तात्पर्य आयतन से है जो कि लीटर में रखा जाता है।

सांद्रता से क्या तात्पर्य है?

आपने सांद्रता के बारे में रसायन विज्ञान में जरूर पढ़ा होगा। सांद्रता को अंग्रेजी में Concentration कहा जाता है। सांद्रता का तात्पर्य उस संख्या से होता है जो एकांक आयतन में विलय की मात्रा को प्रदर्शित करती है। सांद्रता को कई प्रकार से व्यक्त किया जा सकता है जैसे कि इसे मोलरता के माध्यम से प्रदर्शित किया जा सकता है मोललता के माध्यम से प्रदर्शित किया जा सकता है।

मोलरता के सवाल

तनु और सांद्र विलयन का क्या अर्थ होता है?

ऐसे बिलियन को तनु (Dilute) विलेन कहा जाता है जिस बिलयन में विलय की मात्रा बहुत कम होती है तथा विलायक की मात्रा अधिक होती है। तनु विलियन को पतला बिलयन भी कहते हैं। वहीं यदि बात की जाए सांद्र विलयन की तो इस प्रकार की बिलियन में विलय की मात्रा बहुत अधिक होती है और यह गाढ़ा होता है। जिस कारण से सांद्र विलयन कहा जाता है।

राउल्ट का नियम क्या है?

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

प्रश्न: यदि 10% w/w 100 gram जलीय H2SO4 का घनत्व 1.84 ग्राम प्रति मिली है तो H2SO4 की मोललता ज्ञात करो , H2SO4 का मोलर द्र॒व्यमान 98 है।
उत्तर:             10% w/w 100 ग्राम जलीय विलयन में उपस्थित है।
10 ग्राम H2SO4 और 90 ग्राम जल मिलकर 100 ग्राम विलयन का निर्माण करते है।
मोललता  = विलेय का ग्राम में भार / अणुभार x विलायक का भार (किलोग्राम में)
m=10/ 98×90 / 1000
                      मोललता = 1.133786 m

अतः उपरोक्त विलयन की मोललता का मान 1.133786 है।

प्रश्न: 10% w/v  जलीय विलयन H2SO4 का घनत्व 1.89 ग्राम प्रति ml  है तो H2SO4 की मोलरता ज्ञात
कीजिये।
उत्तर:              मोलरता (M) = विलेय का ग्राम में भार / अणुभार x  विलयन का आयतन (लीटर में )
M = 10 / 98 x 100/1000
                      M = 1.02040816

अतः उपरोक्त विलयन की मोलरता का मान 1.02040816 है।

पश्न : 4 ग्राम  NaOH (Sodium Hydroxide) 500 ग्राम जल में घुला है , तो मोललता (Molality) ज्ञात कीजिये।
उत्तर:             मोललता (m) = विलेय का ग्राम में भार / अणुभार x विलायक का भार (in kg)
m= 4 / 40 x 500/1000
                     m= 1/5 = 0.2 m

अतः उपरोक्त विलयन की मोललता का मान है।

प्रश्न: मोलरता और मोललता में क्या अंतर होता है?
उत्तर: मोलरिटी एक घोल के मोल्स का एक घोल के कुल लीटर का अनुपात है। समाधान में विलेय और विलायक दोनों शामिल हैं। दूसरी ओर, मोललता, विलेय के मोल्स का विलायक के किलोग्राम से अनुपात है।

प्रश्न : मोलरता का मात्रक या यूनिट क्या होती है?
उत्तर: इसे मोल प्रति लीटर में व्यक्त किया जाता है अर्थात मोल प्रति लीटर (Mol/Litre) ही इसकी यूनिट है।

प्रश्न : मोललता का का मान तापमान के घटना बढ़ने पर नियत क्यों रहता है?
उत्तर: ऐसा इसलिए होता है क्योंकि मोललता (Molality) मैं विलायक का द्रव्यमान लिया जाता है और द्रव्यमान ताप पर निर्भर नहीं करता है। इसलिए मोललता भी ताप पर निर्भर नहीं करती है और इसका मान नियत रहता है।

प्रश्न : शुद्ध जल की मोलरता कितनी है?
उत्तर: शुद्ध जल की मोलरता का मान 55.6 है।

निष्कर्ष

तो दोस्तों आज आपने बहुत महत्वपूर्ण प्रश्नों के बारे में तीन किया और आपने जाना की मोलरता किसे कहते हैं? तनु और सांद्र विलयन के बारे में भी आपने संक्षेप में जाना। हम पूर्ण आशा करते हैं कि यह लेख Molarta Kya Hai आपको बहुत पसंद आया होगा यदि आपको इस लेख से कुछ जानकारी प्राप्त हुई तो आप इसे अपने दोस्तों में भी शेयर कर सकते हैं। हम अपनी इस वेबसाइट पर प्रतिदिन एक केमिस्ट्री का article लेकर आते हैं। जल्दी मिलेंगे आपको एक नया आर्टिकल के साथ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *