गैस क्या है अथवा गैस अवस्था क्या है? गैस की परिभाषा, गुण, प्रकार

गैस क्या है
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हमारे पृथ्वी के चारों ओर वायु का एक आवरण है जिसे हम वायुमंडल कहते हैं। इस वायुमंडल में विभिन्न प्रकार की गैस अपने अस्तित्व में रहती हैं। हमारा आज का आर्टिकल गैस क्या है में हम गैसों से संबंधित बहुत महत्वपूर्ण प्रश्नों की चर्चा करेंगे। क्या आप जानते हैं कौन सी गैस हमारी प्राणवायु कहलाती है? इस प्रश्न का उत्तर भी आपको मारे आर्टिकल के मध्य में मिल जाएगा। अतः विज्ञान की दृष्टि से यह आर्टिकल छात्रों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

हम आज जानेंगे कि गैस क्या है, गैस के गुण क्या क्या है, गैस के प्रकार कितने होते हैं, प्राकृतिक और कृत्रिम कैसे किन्हें कहते हैं और कुछ प्रमुख गैस के नाम व उनके उपयोग भी जानेंगे। आज के सभी प्रश्न विज्ञान वर्ग के विद्यार्थियों के लिए बहुत खास होने वाले हैं। अतः सभी छात्र इन प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़ें।

गैस क्या है अथवा गैस अवस्था क्या है? What is gas in hindi or gas state in hindi?

किसी पदार्थ की वह अवस्था जिसका कोई निश्चित आकार अथवा आयतन नहीं होता है गैस कहलाती है। गैस के उदाहरण ऑक्सीजन, हाइड्रोजन, नाइट्रोजन, आर्गन, नियॉन, कार्बन डाइऑक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड, आदि हैं।

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गैस के गुण क्या है? What are the charactersticks of Gases

चलिए अब अपने आर्टिकल गैस क्या है के माध्यम से आपको गैसों के गुणों से अवगत कराते हैं। गैसों के प्रमुख गुण निम्न प्रकार हैं –

  • गैस पदार्थों का कोई भी निश्चित आकार और आयतन नहीं होता है। इन पदार्थों को जिस किसी बर्तन या कंटेनर में रखा जाता है, यह उसी का आयतन और आकार ले लेते हैं।
  • इन पदार्थों के अणुओं के मध्य अंतरा आणविक बल बहुत ही नगण्य अथवा क्षीण होता है। जिस कारण इनके मॉलिक्यूल आकाश में कहीं भी आसानी से स्थानांतरित हो जाते हैं।
  • गैसों में संपिडयता का गुण पाया जाता है क्योंकि इनके अणुओं के मध्य काफी स्थान होता है इस कारण उन्हें दबाया जा सकता है। यह संपिडयता उच्च प्रकृति की होती है।
  • विसरण का गुण गैसों में बहुत पाया जाता है। यदि दो गैसों को आपस में मिला दिया जाए तो इनके अणु आपस में मिलकर एक समांगी मिश्रण तैयार कर लेते हैं। एक दूसरे के साथ यह अणु गैसों के रिक्त स्थानों में चले जाते हैं। गैस सदैव अधिक दाम वाले एरिया से कम दाम वाले एरिया की ओर विचरण करती है।

गैस के प्रकार (Types Of Gas)

गैसों को मुख्यतः दो भागों में विभाजित किया गया है। दोनों प्रकार निम्नलिखित हैं –

प्राकृतिक गैसें

प्राकृतिक तरीके से जो गैस हमारे आसपास में पाई जाती हैं, प्राकृतिक गैस से कहलाती हैं। उदाहरण के लिए जैसे हाइड्रोजन, नाइट्रोजन, ऑक्सीजन, कार्बन डाइऑक्साइड आदि।

इन गैसों को पुनः दो भागों में विभाजित किया गया है। तत्व और यौगिक गैस।

कृत्रिम गैसें

वे गैसें जो प्राकृतिक रूप से हमारे आसपास नहीं पाई जाती हैं और प्रयोगशाला में बनाई जाती है कृत्रिम गैसें कहलाती हैं। उदाहरण के लिए हाइड्रोजन क्लोराइड गैस, अमोनिया गैस, जल गैस आदि।

कुछ प्रमुख गैस एवं उनके उपयोग बताइए – Some Important gases and their Uses

गैस क्या है और गैस के गुण जानने के बाद अब हम आपको कुछ प्रमुख गैसों के बारे में बताएंगे तथा साथ में उनके उपयोग के बारे में भी चर्चा करेंगे। प्रमुख गैस एवम उनके उपयोग निम्न प्रकार हैं –

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हाइड्रोजन गैस

आवर्त सारणी का सबसे प्रथम तत्व हाइड्रोजन है। इसके दो परमाणु मिलकर हाइड्रोजन गैस का एक अणु बनाते हैं। यह गैस वनस्पति तेलों के हाइड्रोजनीकरण में प्रयोग की जाती है। इसका प्रयोग कृत्रिम पेट्रोल बनाने में भी किया जाता है। इस गैस का प्रयोग इसको द्रव अवस्था में बदल कर रॉकेट के ईंधन के रूप में किया जाता है।

ऑक्सीजन गैस

यह गैस हमारी प्राणवायु है। हम स्वस्न के दौरान इसी गैस को फेफड़ों तक ले जाते हैं। इस गैस का प्रयोग रॉकेट के ईंधन के रूप में किया जाता है ऐसा करने के लिए ऑक्सीजन गैस को द्रवित कर लिया जाता है।

विभिन्न पदार्थों को ऑक्सीकृत करने के रूप में भी ऑक्सीजन गैस का प्रयोग किया जाता है।

वेल्डिंग से संबंधित गैसों में अन्य गैसों के साथ ऑक्सीजन गैस का प्रयोग भी किया जाता है।

नाइट्रोजन गैस

नाइट्रोजन एक बहुत महत्वपूर्ण गैस है। वायुमंडल के अधिकांश भाग, लगभग 79% में नाइट्रोजन गैस का विस्तार है। इसके अलावा नाइट्रोजन परमाणु जैविक अणु में बहुत पाया जाता है। डी एन ए, आर एन ए, अमीनो एसिड आदि में नाइट्रोजन का बहुत महत्वपूर्ण योगदान है।

आदर्श गैस के नियम और आदर्श गैस क्या है? Law’s of Ideal Gases?

आप सोच रहे होंगे कि आदर्श गैस क्या है? तो दोस्तों आपको बता दें की आदर्श गैस एक ऐसी काल्पनिक गैस है जिसके अणुओं के मध्य कोई भी आकर्षण या प्रतिकर्षण का बल नहीं लगता है। यह गैस बॉयल के नियम और चार्ल्स के नियमों का पूर्ण का पालन करती है।

आदर्श गैस के गुणों की व्याख्या करने के लिए विभिन्न वैज्ञानिकों ने कुछ नियम प्रस्तुत किए जिसे आदर्श गैस के नियम कहते हैं। जो कि निम्न प्रकार है –

बॉयल का नियम

इस नियम को वैज्ञानिक बॉयल ने दिया था। जिनके अनुसार स्थिर ताप पर किसी गैस का आयतन उसके दाब के व्युत्क्रमानुपाती होता है।

यहां कहने का तात्पर्य यह है कि स्थिर ताप पर यदि किसी गैस का आयतन बढ़ाया जाए तो उसके दाब में कमी होती है और यदि दाब बढ़ाया जाए तो उसके आयतन में कमी होती है।

चार्ल्स का नियम

इस नियम को वैज्ञानिक चार्ल्स ने दिया था। जिनके अनुसार स्थिरता पर किसी गैस का आयतन उसके परम ताप के समानुपाती होता है।

यहां कहने का तात्पर्य यह है कि यदि दाब स्थिर है तो किसी गैस का परम ताप बढ़ाने पर उसके आयतन में वृद्धि होती है।

दाब का नियम

नियत आयतन पर किसी गैस के द्रव्यमान का दाब उसके परम ताप के समानुपाती होता है।

क्या कहने का तात्पर्य यह है कि निश्चित आयतन पर यदि किसी गैस का दाब घटाया जाए तो उसका परम ताप भी घट जाता है और यदि परम ताप बढ़ाया जाए तो उसका दाब भी बढ़ जाता है।

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निष्कर्ष:

आज के इस अभिलेख में हमने जाना कि गैस क्या है (Gas Kya Hai), गैस की परिभाषा और गैस के उदाहरण पर भी विशेष ध्यान दिया। इसके साथ ही हमने जाना कि गैस के गुण क्या है और गैस के प्रकार कितने होते हैं। अगर इन सभी प्रश्नों को आपने भली-भांति पढ़ा होगा तो आपका कोई भी प्रश्न बाकी नहीं रह गया होगा। परंतु यदि फिर भी आपको कोई भी प्रश्न इस अभिलेख से जुड़ा हुआ है तो आप कमेंट बॉक्स में उस प्रश्न को हमसे पूछ सकते हैं।

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