अक्रिय गैस किसे कहते हैं? इसकी खोज, ट्रिक, विशेषताएँ एवं उपयोग
दोस्तों स्वागत है आपका हमारी हिंदी केमिस्ट्री की इस वेबसाइट पर। आज के इस आर्टिकल में हम आपको अक्रिय गैस किसे कहते हैं? अक्रिय गैसो की खोज किसने की तथा अक्रिय गैसों को याद करने की ट्रिक क्या होती है? इसके बारे में विस्तार के साथ बताएँगे तथा इसके साथ साथ हम आपको अक्रिय गैसों की विशेषताएँ व अक्रिय गैसों के उपयोग क्या क्या होते हैं इसके बारे में विस्तार के साथ बताएँगे। यह एक बहुत महत्वपूर्ण टॉपिक है इस टॉपिक के बारे में केमिस्ट्री के सभी स्टूडेंट्स को पता होना चाहिए। क्योंकि इस टॉपिक से सम्बंधित प्रश्न परीक्षाओं में पूछ लिए जाते हैं।
पिछले आर्टिकल में हमने आपको साबुन क्या है? इसके बारे में विस्तार के साथ बताया। यह एक बहुत महत्वपूर्ण टॉपिक है इस टॉपिक से सम्बंधित प्रश्न परीक्षाओं में पूछ लिए जाते हैं। इसलिए इस टॉपिक को केमिस्ट्री के सभी स्टूडेंट्स को पता होना चाहिए। यदि आपने अभी तक इस महत्वपूर्ण टॉपिक को नहीं पढ़ा है तो आप हमारी हिंदी केमिस्ट्री की इस वेबसाइट से इस टॉपिक को पढ़ सकते हैं। आज के इस आर्टिकल में हम आपको अक्रिय गैस किसे कहते हैं? अक्रिय गैसो की खोज किसने की तथा अक्रिय गैसों को याद करने की ट्रिक क्या होती है? इसके बारे में विस्तार से बताने वाले हैं। तथा इसके साथ साथ हम आपको अक्रिय गैसों की विशेषताएँ व अक्रिय गैसों के उपयोग क्या क्या होते हैं इसके बारे में विस्तार से बताने वाले हैं।
अक्रिय गैस की परिभाषा (अक्रिय गैस किसे कहते हैं?)
अक्रिय गैस या उत्कृष्ट गैस उन गैसों को कहते हैं जो गैसें रासायनिक अभिक्रिया में भाग नहीं लेती हैं। यह गैसें रंगहीन गंदहीन तथा स्वादहीन होती हैं। अक्रिय गैसों के परमाणु बहुत कम संख्या में यौगिक बनाते हैं। अक्रिय गैसों का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास ns2np6 होता है। अतः इनके बाहरी कोश पूर्णता भरे होते हैं। जिस कारण ये निष्क्रिय हो जाते हैं। हीलियम (He) का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास ns2 होता है यह भी अक्रिय गैसों की श्रेणी में आती है। इन गैसों में आर्गन वायुमंडल में सबसे अधिक मात्रा में पाई जाती है। अक्रिय गैसों को नोबल गैसों के नाम से भी जाना जाता है। अक्रिय गैसें विधुत की उपस्थिति में अलग अलग रंगों में चमकती हुई दिखाई देती हैं।
अक्रिय गैसों की खोज
ऊपर के लेख में हमने आपको अक्रिय गैस किसे कहते हैं? अक्रिय गैस की परिभाषा क्या होती है इसके बारे में विस्तार से बताया। अब हम आपको अक्रिय गैस की खोज के बारे में बताते हैं। अक्रिय गैस या उत्कृष्ट गैस की खोज रैले, रैमजे ने की थी। इन तत्वो की अक्रियता के कारण इन्हें शून्य वर्ग में रखा गया है। शून्य वर्ग में कई तत्व आते हैं जिन्हें अक्रिय गैस या उत्कृष्ट गैस कहा जाता है। जो इस प्रकार हैं हीलियम (He), नियोन (Ne), आर्गन (Ar), क्रिप्टॉन (Kr), जिनोन (Xe), रेडोंन (Rn)
अक्रिय गैसों की ट्रिक
- हीलियम (He) – हिना
- नियोन (Ne) – ने
- आर्गन (Ar) – अंगूर
- क्रिप्टॉन (Kr) – खरीदे
- जिनोन (Xe) – जिनोंन
- रेडोंन (Rn) – रोए
अक्रिय गैसों के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास
ऊपर के लेख में हमने आपको अक्रिय गैस किसे कहते हैं इसकी परिभाषा क्या होती है तथा इसकी खोज किसने की थी? इसके बारे में बताया। अब हम आपको अक्रिय गैसों के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास के बारे में बताते हैं। अक्रिय गैसों की अंतिम कक्षा में सामान्य इलेक्ट्रॉनिक विन्यास ns2np6 होता है।
हीलियम (2) = 1s2
नियोन (10) = 1s2, 2s2, 2p6
आर्गन (18) = 1s2, 2s2, 2p6, 3s2 ,3p6
क्रिप्टॉन (36) = 1s2, 2s2, 2p6, 3s2 ,3p6, 3d10, 4s2, 4p6
जिनोन (54) = 1s2, 2s2, 2p6, 3s2 ,3p6, 3d10, 4s2, 4p6, 4d10, 5s2, 5p6
रेडोंन (86) = 1s2, 2s2, 2p6, 3s2, 3p6, 4s2, 3d10, 4p6, 5s2, 4d10, 5p6, 6s2, 5d10, 4f14, 6p6
अक्रिय गैसों की विशेषताएँ
- यह रंगहीन, गंदहीन तथा स्वादहीन होती हैं।
- यह जल में अल्प विलेय होती हैं।
- अक्रिय गैस की संयोजकता शून्य होती है।
- यह अज्वलनशील गैस होती हैं।
- इनके आयनन विभव उच्च होते हैं।
- उत्कृष्ट गैस की आयनन ऊर्जा घटते क्रम में होती है।
- उत्कृष्ट गैस आसानी से द्रव में नहीं बदलती हैं।
- उत्कृष्ट गैस की परमाणु त्रिज्या बढ़ते क्रम में होती है।
- इन गैसो की आयनन ऊर्जा उच्च किन्तु इलेक्ट्रान बंधुता एवं ऋणविध्युता शून्य होती है।
- अक्रिय गैसें रसायनिक रूप से अक्रिय होती हैं।
अक्रिय गैसों के उपयोग
ऊपर के लेख में आपने अक्रिय गैस किसे कहते हैं इसकी परिभाषा क्या होती है तथा इसकी खोज किसने की व अक्रिय गैसों की विशेषताएँ क्या होती हैं इसके बारे में जाना। अब आप अक्रिय गैसों के क्या उपयोग होते हैं इसके बारे में जानेंगे। अक्रिय गैसों के उपयोग निम्नलिखित हैं।
हीलियम के उपयोग
- हीलियम गैस के हल्के और ज्वलनशील होने के कारण इसका उपयोग वायुयानों के टायरों और गुब्बारों में किया जाता है।
- हीलियम और ऑक्सिजन के मिश्रण का प्रयोग गोताखोर श्वशन क्रिया में करते हैं।
- मौसम की जानकारी के लिए द्रव हीलियम का उपयोग किया जाता है।
नियॉन के उपयोग
- नियॉन गैस में कोहरे को भेदने की क्षमता होने के कारण इसका उपयोग नियोन लैम्पो के रूप में हवाईअड्डो पर संकेत देने और हवाई पट्टियों को प्रदीप्त करने के लिए किया जाता है।
- इसका उपयोग नियॉन ट्यूब के रूप में सजावट और विज्ञापनों में किया जाता है।
आर्गन के उपयोग
- आर्गन का उपयोग अक्रिय वातावरण उत्पन करने में किया जाता है।
- इसका उपयोग विद्युत बल्बों में भरमे में किया जाता है।
क्रिप्टॉन के उपयोग
- क्रिप्टॉन का उपयोग विद्युत विसर्जन नली में किया जाता है।
जिनोंन तथा रेडॉन के उपयोग
जिनोंन का कोई विशेष उपयोग नहीं होता है। लेकिन रेडॉन के रेडियोऐक्टिव होने के कारण इसका उपयोग कैंसर के उपचार में किया जाता है।
निष्कर्ष
आज के इस आर्टिकल में हमने आपको अक्रिय गैस किसे कहते हैं? अक्रिय गैसो की खोज किसने की तथा अक्रिय गैसों को याद करने की ट्रिक क्या होती है? इसके बारे में विस्तार के साथ बताया है तथा इसके साथ साथ हम आपको अक्रिय गैसों की विशेषताएँ व अक्रिय गैसों के उपयोग, अक्रिय गैसों के इलेक्ट्रोनिक विन्यास क्या क्या होते हैं? इसके बारे में विस्तार के साथ बताया है। यह एक बहुत महत्वपूर्ण टॉपिक है जो साइंस के स्टूडेंट्स को पता होना चाहिए। इसी प्रकार के अन्य महत्वपूर्ण टॉपिक की जानकारी हम अपनी इस वेबसाइट पर देते रहते हैं। अन्य महत्वपूर्ण टॉपिक की जानकारी पाने के लिए जुड़े रहिए हमारी हिंदी केमिस्ट्री की वेबसाइट के साथ तब तक के लिए धन्यवाद।