फिटकरी का सूत्र और रासायनिक नाम क्या है? Chemical Formula of Alum

फिटकरी का सूत्र
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नमस्कार दोस्तों आपका एक बार फिर से स्वागत है रसायन विज्ञान के एक नए आर्टिकल फिटकरी का सूत्र में। हमारे घर की रसोई में आपको फिटकरी देखने को कहीं ना कहीं मिल ही जाएगी। आज यही फिटकरी हमारे आर्टिकल का महत्वपूर्ण विषय है। फिटकरी एक रासायनिक पदार्थ है जिसका प्रयोग औषधि के रूप में भी किया जाता है एवं प्राचीन समय से इसका प्रयोग हमारे समाज में किया जा रहा है। अपने औषधीय गुणों के कारण फिटकरी बहुत ही प्रसिद्ध है। हमारे इस आर्टिकल का उद्देश्य है कि हम आपको फिटकरी के बहु गुणों से आपको रूबरू कराएं।

आज हम फिटकरी के अंतर्गत जिन उप विषयों पर चर्चा करेंगे वे कुछ इस प्रकार होने वाले हैं की फिटकरी का सूत्र क्या होता है (Fitkari ka sutra), फिटकरी का रासायनिक सूत्र क्या है, फिटकरी के फायदे व फिटकरी का उपयोग बताइए, फिटकरी को चोट पर रगड़ने से रक्त का बहना रुक जाता है क्यों? फिटकरी का pH मान कितना होता है। फिटकरी के नुकसान, फिटकरी का फार्मूला, फिटकरी क्या है, Alum in Hindi आदि। यह सभी प्रश्न प्रतियोगी परीक्षाओं में बहुत पूछे जाते हैं। अतः आप हमारे इस आर्टिकल को अंत तक अवश्य पढ़ें।

फिटकरी का सूत्र और रासायनिक नाम क्या है? Chemical Formula of Alum in Hindi

क्या आप जानते हैं कि फिटकरी का सूत्र क्या है? इसका का सूत्र KAl(SO₄)₂·12H₂O है इसको इस प्रकार भी लिखा जा सकता है K2SO4.Al2(SO4)3.24H2O और इसका pH मान 3 से 4.5 के बीच होता है। फिटकरी को पोटैशियम एल्युमिनियम सल्फेट या फिर फिर पोटैशियम फिटकरी के नाम से भी जानते हैं। यह एक द्विक लवण है, क्यूंकि फिटकरी दो लवणों से मिलकर बनी होती है। फिटकरी की तासीर गर्म मानी जाती है।

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आर्टिकल फिटकरी का सूत्र या फिटकरी का फार्मूला के अगले चरण में हम फिटकरी के फायदे के बारे में चर्चा करेंगे।

फिटकरी का रासायनिक सूत्र

फिटकरी के फायदे Benefits of Alum

दोस्तों अब हम फिटकरी के कुछ ऐसे फायदे अपने आर्टिकल फिटकरी का सूत्र में आपको जानकारी देने जा रहे हैं जो आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं। आपके रोजमर्रा की जिंदगी में भी फिटकरी कई महत्वपूर्ण रोल निभाती है तो आइए जानते हैं ऐसे कौन से फायदे है फिटकरी के –

  • फिटकरी का सबसे पहला कार्य आता है कि फिटकरी से गंदगी की सफाई की जाती है। पीने वाले पानी में मौजूद कीटाणुओं को नष्ट करने के लिए फिटकरी का इस्तेमाल किया जाता है। यह कीटाणु नाशक होती है। इसके अतिरिक्त यह हमारी त्वचा को भी स्वच्छ व साफ रखने में सहायक होती है।
  • चोट लगने पर रक्त के बहाव को कम करने के लिए गांव पर फिटकरी लगा देते हैं। जिससे कि रक्त का बहना बंद हो जाता है। इस प्रकार चोट लगे स्थान पर बैक्टीरिया भी नहीं पनपते हैं और घाव कुछ दिनों में ही ठीक हो जाता है।
  • यदि आपको कोई यूरिन संबंधित इंफेक्शन हो गया है तो आप संबंधित स्थान पर फिटकरी के पानी से सफाई कीजिए। आपको कुछ ही समय में इंफेक्शन से राहत मिलने लगेगी।
  • यदि आपके दातों में दर्द रहता है तो फिटकरी आपके लिए रामबाण साबित हो सकती है। आप फिटकरी के पाउडर को उस दांत में और उसके आस पास लगा दें जहां दर्द हो रहा है, कुछ समय में आपको दर्द से निजात मिल जाएगा।
  • ठंडे मौसम की वजह से यदि आपको सर्दी, खांसी व जुकाम हो गया है तो आप फिटकरी के पाउडर को शहद के साथ मिलाकर इसका सेवन कर सकते हैं। ऐसा करने से आपको जरूर आराम मिलेगा।
  • यदि आप रोजाना फिटकरी के पानी से स्नान करते हैं, तो आपके शरीर पर कोई भी गंदगी या इन्फेक्शन नहीं होगा और आपकी त्वचा एकदम साफ व सुंदर दिखाई देगी।

फिटकरी के नुकसान Harmful effects of Alum

आर्टिकल फिटकरी का सूत्र में अभी आपने फिटकरी के फायदे के बारे में जाना था। परंतु हर चीज के दो पहलू होते हैं अगर किसी चीज से कोई फायदे होते हैं तो उसके नुकसान भी देखने को मिलते हैं। तो चलिए अब जान लेते हैं कि फिटकरी से कौन से नुकसान हो सकते हैं –

  • यदि फिटकरी का अत्यधिक सेवन कर लिया जाए तो पुरुषों में स्पर्म काउंट और fructose की सांद्रता में गड़बड़ी देखने को मिलती है।
  • यदि एक लंबे समय तक फिटकरी का प्रयोग किया जाए तो इससे कैंसर जैसी बीमारियां भी उत्पन्न हो सकती हैं।
  • फिटकरी को यदि त्वचा के संपर्क में बार-बार लाया जाए तो यह त्वचा को रूखा बना देती है। यदि आपकी त्वचा की प्रकृति नाजुक है तो फिटकरी के साइड इफेक्ट त्वचा पर लाल चकत्ते के रूप में देखने को मिल सकते हैं।
  • यदि अधिक सांद्रता वाला फिटकरी का जल, आंखों के संपर्क में आ जाए तो इससे आंखें बुरी तरह से effected हो सकने का चांस रहता है।

फिटकरी को चोट पर रगड़ने से रक्त का बहना रुक जाता है क्यों?

यह प्रश्न काफी सामान्य सा है और काफी बार आपके मन में भी है प्रश्न उठता होगा कि ऐसी कौन सी क्रियाविधि है कि यह फिटकरी चोट पर लगाने से रक्त का प्रवाह बंद हो जाता है। सर्वप्रथम फिटकरी एक रासायनिक पदार्थ है। फिटकरी का सूत्र KAl(SO₄)₂·12H₂O होता है। रक्त में उपस्थित प्रोटीन के कोलाइडी कण, फिटकरी में उपस्थित पोटैशियम और एलुमिनियम के अत्यधिक आवेश वाले आयन से अभिक्रिया करके निष्क्रिय हो जाते हैं। जब यह कोलाइडी कल निष्क्रिय हो जाते हैं तब वहां रक्त का थक्का जमने लगता है और एक महीन महीन जाल नुमा आकृति बन जाती है, जिसमें से रक्त बाहर नहीं आ पाता है और इस प्रकार रक्त का बहना बंद हो जाता है।

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फिटकरी का सूत्र से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न:-

Ques. फिटकरी की तासीर किस प्रकृति की होती है?

Ans. फिटकरी की तासीर गर्म प्रकृति की होती है।

Ques. क्या शहद और फिटकरी दोनों पदार्थों का सेवन एक साथ किया जा सकता है?

Ans. हां शहद और फिटकरी को आपस में मिलाकर सेवन किया जा सकता है। यह मिश्रण अस्थमा और खांसी में बहुत आरामदायक होता है।

Ques. फिटकरी का फार्मूला क्या होता है?

Ans. फिटकरी का फार्मूला KAl(SO₄)₂·12H₂O होता है। इसको इस प्रकार भी लिखा जा सकता है K2SO4.Al2(SO4)3.24H2O

निष्कर्ष

हमने आज के अपने इस लेख में आपको बताया कि फिटकरी का सूत्र (Fitkari ka sutra) क्या होता है? फिटकरी का रासायनिक सूत्र या नाम क्या होता है? फिटकरी के फायदे और फिटकरी के नुकसान के बारे में भी हमने विस्तार से चर्चा की। फिटकरी में कई औषधीय गुण होते हैं तथा रसायन विज्ञान में भी इसकी एक अलग भूमिका है। यदि आपका इस टॉपिक से संबंधित कोई भी प्रश्न बाकी रह गया हो, तो आप हमें इस आर्टिकल फिटकरी का सूत्र के अंत में कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।

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