हीरा क्या है? परिभाषा, रासायनिक सूत्र, संरचना तथा संकेत

हीरा क्या है
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पिछले आर्टिकल में हमने आपको ग्रेफाइट क्या है? इसके बारे में विस्तार के साथ बताया। जो एक बहुत महत्वपूर्ण टॉपिक है। इस टॉपिक से सम्बंधित प्रश्न परीक्षाओं कई बार पूछे जा चुके हैं। यदि आपने अभी तक इस टॉपिक को नहीं पढ़ा है तो आप हमारी हिंदी केमिस्ट्री की इस वेबसाइट से इस टॉपिक को पढ़ सकते हैं। आज के इस आर्टिकल में हम आपको हीरा क्या है? हीरे की परिभाषा क्या होती है। हीरे का रासायनिक सूत्र क्या होता है? इसके बारे में विस्तार के साथ बताने वाले हैं। इसके साथ साथ हम आपको हीरे की संरचना क्या होती है? तथा हीरे के संकेत क्या होते हैं? इसके बारे में विस्तार के साथ बताने वाले हैं।

बहुलक किसे कहते हैं?

हीरे की पारिभाषा (हीरा क्या है?)

कार्बन के सभी अपरूप में हीरा कार्बन का सबसे शुद्ध अपरूप होता है। यह प्रकृति में मुख्य अवस्था में पाया जाता है। इसे कृत्रिम रूप में भी बनाया जाता है। इसका का रासायनिक सूत्र C होता है। यह कार्बन परमाणु का समूह होता है। इसके किसी भी टुकड़े में कार्बन परमाणु की संख्या उसके आकार पर निर्भर करती है। इसमें प्रत्येक कार्बन परमाणु चार दूसरे कार्बन परमाणु के साथ जुड़ा रहता है। इसमें सभी कार्बन परमाणु बहुत मजबूत बलों के द्वारा एक दूसरे के साथ जुड़े रहते हैं। इसलिए हीरा बहुत कठोर होता है। यह प्राकृतिक पदार्थों में सबसे कठोर माना जाता है। इसलिए इसका उपयोग आभूषण और अन्य कई उद्धोग में किया जाता है। हीरे केवल सफेद रंग का ही नहीं होता है। वल्कि ये हरा नीला पीला काला आदि कई रंगों में पाया जाता है। यह रासायनिक रूप से बहुत ही निष्क्रिय होता है। इसमें बहुत ही अधिक चमक होने के कारण इसका उपयोग आभोषण में किया जाता है।

हीरे का रासायनिक सूत्र = Cn

हीरे की संरचना

इससे ऊपर के लेख में हमने आपको हीरा क्या है? इसकी परिभाषा क्या होती है? इसके बारे में विस्तार के साथ बताया है। अब हम आपको हीरे की संरचना कैसी होती है इसके बारे में विस्तार के साथ बताते हैं। हीरे की संरचना को निम्न प्रकार से प्रदर्शित किया जा सकता है।

हीरा एक कठोर पदार्थ होता है। इसमें उपस्थित प्रत्येक परमाणु चार कार्बन के चार अन्य परमाणुओं के साथ जुड़ा होता है। हीरे में प्रत्येक परमाणु sp3 संकरित होता है। हीरे की आंतरिक संरचना में प्रत्येक कार्बन परमाणु अन्य कार्बन परमाणु से समचतुष्फलक आकार में सह्संयोजी बंध से घिरे रहते हैं। हीरे में पाई जाने वाले यह समचतुष्फलकीय वयवस्था हीरे को आयामी आकार प्रदान करती है। इस कठोर आयामी आकृति के कारण ही यह त्रिविम रूप से व्यवस्थित होते हैं। इसमें कार्बन कार्बन के बीच के बंध की लम्बाई 154 pm होती है।

हीरे की संरचना

हीरा कहाँ पाया जाता है?

हीरा भारत, दक्षिण अफ़रीका, ब्राजील तथा रूस में पाया जाता है। इसका उत्पादन दक्षिण अफ्रीका में सबसे ज्यादा होता है। इसलिए दक्षिण अफ्रीका को हीरे का सबसे उत्पादक देश कहा जाता है। हीरे की खोज सबसे पहले भारत में हुई थी। सबसे प्रशिद्ध हीरा जिसको नेपोलियन ने अपनी तलबार में जड़ा था। यह हीरा दक्षिण भारत की किसना नदी के पास मिला था। हीरा पृथ्वी की उपरी परत से लगभग 50 km नीचे कार्बन के द्वारा बनता है। दक्षिण अफ्रीका में पाया गया कुलीनान हीरा अब तक का सबसे बढ़ा हीरा है। 3025.75 कैरिट है।

हीरे के गुण

इससे ऊपर के लेख में हमने आपको हीरा क्या है? इसकी परिभाषा क्या होती है? हीरे का सूत्र क्या होता है? हीरा कहाँ पाया जाता है? इसके बारे में विस्तार के साथ बताया है अब हम आपको हीरे में कौन कौन से गुण पाए जाते हैं। इसके बारे में विस्तार के साथ बताते हैं। हीरे के गुण निम्न प्रकार हैं।

  • हीरा एक पारदर्शी पदार्थ होता है। इसका अपवर्तनांक उच्च होता है। तरासे गए हीरे की चमक और भी बहुत ज्यादा होती है। यह अष्टफलकीय क्रिष्टल के रूप में उपस्थित रहता है। हीरे का अपवर्तनांक 2.45 होता है।
  • अब तक जितने भी प्राकृतिक पदार्थ ज्ञात हुए हैं उनमें सबसे कठोर पदार्थ हीरा होता है इसको काटने के लिए भी हीरे की ही आवश्यकता होती है।
  • हीरे को किसी भी तरल विलायक में नहीं घोला जा सकता है क्योकि यह सभी विलयको में अविलेय होता है।
  • हीरे में से विद्युत नहीं गुजर सकती है क्योंकि हीरा विद्युत का कुचालक होता है।
  • हीरे का घनत्व उच्च होता है। सामान्य ताप पर हीरे का घनत्व 3.5 gm/mm होता है।

हीरे के उपयोग

हीरे के उपयोग निम्नलिखित हैं।

  • हीरे का उपयोग शीशा काटने में किया जाता है।
  • हीरे का उपयोग आभोषण में शोभा बड़ाने में किया जाता है।
  • हीरे का उपयोग चिकिसा में मोतियाबिंद के उपकरणों को बनाने किया जाता है।
  • हीरे का उपयोग सूक्ष्म थर्मामीटर बनाने में भी किया जाता है।
  • हानिकारक विकिरणों से अन्तरिक्षयानो को बचाने के लिए खिड़कियाँ बनाने में हीरे का उपयोग किया जाता है।

हीरे के संकेत

हीरे के संकेत निम्नलिखित हैं।

  • असली हीरा पानी में डुबाने पर डूब जाता है जबकि नकली हीरा पानी में नहीं डूबता है।
  • असली हीरा बहुत कठोर होता है। इसे सिर्फ हीरे द्वारा ही काटा जा सकता है।
  • असली हीरे को रगड़ने पर इसपर किसी भी तरह की कोई खरोच नहीं आती है।
  • असली हीरे पर नमी नहीं जमती है। अगर मूंह की भाप हीरे पर जम जाए तो समझो हीरा नकली है।

हीरे के संकेत

कार्बन क्या है?

निष्कर्ष

आज के इस आर्टिकल में हमने आपको आपको हीरा क्या है? हीरे की परिभाषा क्या होती है। हीरे का रासायनिक सूत्र क्या होता है? इसके बारे में विस्तार के साथ बताया है। इसके साथ साथ हमने आपको हीरे की संरचना क्या होती है? तथा हीरे के संकेत क्या होते हैं? इसके बारे में विस्तार के साथ बताया है। यह एक बहुत महत्वपूर्ण टॉपिक है। इस टॉपिक के बारे में प्रत्येक स्टूडेंट्स को पता होना चाहिए। इसी प्रकार के महत्वपूर्ण टॉपिक की जानकारी हम आपनी इस वेबसाइट पर देते रहते हैं। इसी प्रकार की महत्वपूर्ण जानकारी पाने के लिए जुड़े रहिए हमारी हिंदी केमिस्ट्री की इस वेबसाइट के साथ तब तक के लिए धन्यवाद।

 

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