विलेय पदार्थ किसे कहते हैं? विलेय पदार्थ की परिभाषा लिखिए
हम अपने इस ब्लॉग में आपके लिए रसायन विज्ञान से संबंधित बहुत महत्वपूर्ण जानकारियां लेकर आते रहते हैं। हमारे आसपास ऐसे बहुत से पदार्थ होते हैं, जिन्हें जल में घोलकर या किसी अन्य पदार्थ में घोलकर बनाया जाता है। जो घुलने वाला पदार्थ होता है वह विलेय कहलाता है। परंतु विलेय का अर्थ यहां तक ही सीमित नहीं है। इसके विस्तृत रूप को जानने के लिए आप हमारे आर्टिकल विलेय पदार्थ किसे कहते हैं को अंत तक अवश्य पड़ें।
आज रसायन विज्ञान के जिन महत्वपूर्ण प्रश्नों की हम बात करेंगे वे विलेय पदार्थ किसे कहते हैं से संबंधित है। हमारे आर्टिकल में आज आप जानेंगे विलेय पदार्थ की परिभाषा, अजलीय विलयन का मतलब, घुलनशीलता का तात्पर्य, घुलनशीलता को प्रभावित करने वाले कारक, विलेयता गुणनफल की परिभाषा और अर्थ तथा इसके साथ ही बात करेंगे विलेयता गुणनफल के कुछ अनुप्रयोगों के बारे में।
विलेय पदार्थ किसे कहते हैं? What are solute substances?
वे पदार्थ विलेय पदार्थ कहलाते हैं जो जल में आसानी से खुलकर समांगी मिश्रण तैयार करते हैं। जल में चीनी आसानी से घुल जाती है अर्थात चीनी एक विलेय पदार्थ है। इसी प्रकार नमक ही जल में घुल जाता है अर्थात नमक ही एक विलेय पदार्थ है। आशा करते हैं कि आप ने विलेय पदार्थ किसे कहते हैं अच्छे से समझ लिया होगा।
अजलीय विलेयन का क्या तात्पर्य है? What is Non aqueous solution?
ऐसे विलेय पदार्थ जो जल में तो नहीं घुलते हैं परंतु कार्बनिक विलायकों में आसानी से घुल जाते हैं तो वे जिस विलेयन का निर्माण करते हैं उसे अजलीय विलेयन कहते हैं। ऐसे विलायक के उदाहरण कार्बन टेट्राक्लोराइड, एसीटोन, एसिटिक, एसिड, अल्कोहल, सल्फाइड, बेंजीन आदि होते हैं।
विलेयता या घुलनशीलता किसे कहते हैं? What is solubility?
किसी पदार्थ की किसी रसायन या द्रव्य में घुलने की जो क्षमता होती है, उसे उस पदार्थ की विलेयता या घुलनशीलता कहते हैं। या इसकी एक अन्य परिभाषा इस प्रकार भी है की किसी विलायक के अंदर विलेय की जितनी मात्रा घोली जा सकती है उस मात्रा को ही विलेय की विलेयता अर्थात Solubility कहते हैं। पदार्थ जो घुलता है उसे विलेय कहते हैं और जिस में घोला जाता है उसे विलायक कहा जाता है।
विलेय पदार्थ तीनों अवस्था में पाया जाता है अर्थात यह गैस द्रव अथवा ठोस कोई भी अवस्था में हो सकता है। आर्टिकल विलेय पदार्थ किसे कहते हैं में अब आप विलेय की परिभाषा और विलयेता के बारे में समझ गए होंगे।
विलेयेता को प्रभावित करने वाले कारक? Factors on which Solubility depends?
अब हम अपने आर्टिकल विलेय पदार्थ किसे कहते हैं में आपको विलेयता को प्रभावित करने वाले कारक बताने जा रहे हैं। जो की निम्न प्रकार हैं –
ताप (Temperature)
विलेयता को प्रभावित करने वाले कारकों में ताप एक महत्वपूर्ण कारक है। जैसे-जैसे ताप बढ़ाते जाते हैं वैसे वैसे गैसों की द्रव में सॉल्युबिलिटी कम होती जाती है। अर्थात ताप बढ़ाने पर गैसों की द्रव में विलेयता कम होती है। आईए इसे एक उदाहरण से समझते हैं। जैसे जैसे हम पानी को गर्म करते हैं इसमें घुली हुई गैस, बुलबुलों के रूप में बाहर आने लगती है। जब कोई चीज किसी में घोली जाती है तब ऊर्जा का उत्सर्जन होता है अर्थात ऐसी अभिक्रिया ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया कहलाती है।
दाब (Pressure)
किसी गैस के द्रव में विलेयता दाब के द्वारा बहुत अधिक प्रभावित होती है। दाब बढ़ाने के साथ-साथ गैसों की द्रव में विलेयता भी बढ़ती जाती है। परंतु यह विलेयता एक सीमा तक ही बढ़ती है उसे साम्य अवस्था कहते हैं। अतः हम यह सीधे-सीधे कह सकते हैं दाब, गैस की विलेयता के समानुपाति होता है, परंतु एक सीमा तक।
गैस या द्रव की प्रकृति (Nature of Gas or Liquid)
यदि कोई गैस ध्रुवीय होती है तो वह ध्रुवीय विलायकों में आसानी से घुलनशील होती है। उदाहरण के लिए हाइड्रोजन क्लोराइड गैस, अमोनिया गैस आदि जैसी ध्रुवीय गसें ध्रुवीय विलेयक जैसे जल में घुलनशील होती हैं। परंतु यदि विलेजस ध्रुवीय नहीं है तो वह सिर्फ अध्रुवीय विलायकों में ही घुलनशील होगी।
अशुद्धियां का मिलना (Impurities mixed)
किसी विलेय पदार्थ में यदि अशुद्धियां मिली हुई होती है तो यह भी सॉल्युबिलिटी को बहुत प्रभावित करती हैं। हम आपको यह बता दें कि अशुद्धियों के कारण विलेयता का मान कम हो जाता है।
विलेयता गुणनफल से आपका क्या तात्पर्य है? What do you mean by Solubility Product?
नियत ताप पर किसी पदार्थ के सॉल्यूशन में 100 ग्राम विलायक को सैचुरेटेड करने के लिए जितने भी विलेय पदार्थ की जरूरत होती है उसे पदार्थ की विलेयता कहा जाता है। किसी अल्प विलेय साल्ट के सैचुरेटेड सॉल्यूशन में उपस्थित Ions की संख्या या सांद्रता का गुणनफल एक कांस्टेंट अर्थात नियतांक रहता है, जिसे विलेयता गुणनफल नाम दिया गया है। इसे Ksp के द्वारा प्रदर्शित किया जाता है।
विलेयता गुणनफल नियम के अनुप्रयोग क्या क्या है? What are the Applications of Solubility Products?
अब विलेयता गुणनफल की परिभाषा और विलेय के बारे में इतनी जानकारी प्राप्त करने के बाद अब हम आपको अपने आर्टिकल विलेय पदार्थ किसे कहते हैं में विलेयता गुणनफल नियम के अनुप्रयोगों की चर्चा करेंगे। जो की निम्न प्रकार हैं –
नमक के शोधन में –
अशुद्ध मामा को शुद्ध करने के लिए इसके सैचुरेटेड अर्थात संतृप्त विलयन में एचसीएल गैस प्रवाहित करने से pure ठोस नमक (NaCl) अक्षय पित्त हो जाता है और अन्य लवण जैसे कि MgCl2, CaCl2 आदि की impurities विलयन में ही घुली रह जाती हैं। जिस किसी का solubility प्रोडक्ट कम होगा वह जल्दी अवक्षेपित हो जाएगा।
ज्यादा अभिकर्मक के प्रयोग
भारात्मक विश्लेषण अर्थात ग्रेविटेशनल एनालिसिस में पूर्णतः अवक्षेपण करने के लिए अवक्षेपण अभिकर्मक की थोड़ी ज्यादा मात्रा उपयोग करने की जरूरत होती है और AgCI, BaSO4 व इनके जैसे अन्य विलेय पदार्थ अभिकर्मक की ज्यादा मात्रा की उपस्तिथि में पूरी तरह से अवक्षेपित हो जाते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्युकी इनके आयन की सांद्रता का गुणनफल, विलेयता गुणनफल से बहुत ज्यादा होता है।
विलेय पदार्थ से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर – Frequently Asked Question
प्रश्न – शुद्ध पदार्थ किन्हें कहते हैं? What are pure substances?
उत्तर- उन पदार्थों को शुद्ध पदार्थ कहा जाता है जिनमें उपस्थित सभी तत्वों समान रसायन प्रकृति के हों।
प्रश्न – विलायक किसे कहा जाता है? What is Solvent?
उत्तर- विलेयन का वो घटक जिस की मात्रा दूसरे से अधिक होती है, विलायक कहलाता है।
प्रश्न – विलेय से आप क्या समझते हैं? What do you understand by Solute?
उत्तर- विलेयन का वो भाग जो कम मात्रा में उपस्थित होता है विलेय कहलाता है।
प्रश्न – विलेयन की सांद्रता से क्या तात्पर्य है? What is meant by the Concentration of solution?
उत्तर- एकांक विलेयन में खुली हुई विलेय की मात्रा को विलेयन की सांद्रता कहते हैं।
निष्कर्ष
दोस्तों आज के इस लेख मे हमने विलेय पदार्थ से जुड़े सभी प्रश्नो के बारे मे जाना। जिसमे विलेय ओर उसको प्रवाभित करने वाले कारकों के बारे मे बात की। यदि अब भी आपका इस लिख से जुड़ा कोई भी सवाल आपके मन मे आ रहा हो तो कृपया कॉमेंट बॉक्स मे अवश्य पूछें।