ब्राउनी गति किसे कहते हैं इसके उदहारण, चित्र, कारण और खोज

ब्राउनी गति किसे कहते हैं
4.5/5 - (2 votes)

दोस्तों स्वागत है आपका हमारी हिंदी केमिस्ट्री की वेवसाइट पर। आजका हमारा आर्टिकल है ब्राउनी गति किसे कहते हैं? आज के इस आर्टिकल में हम आपको ब्राउनी गति क्या है? ब्राउनी गति की खोज किसने की थी? ब्राउनी गति के क्या कारण होते हैं? इसके बारे में बताएँगे तथा इसके साथ साथ हम ब्राउनी गति के प्रकार, ब्राउनी गति को प्रभावित करने कारक और उदाहरण के बारे में बताएँगे। ब्राउनी गति किसे कहते हैं? यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण टॉपिक है इससे सम्बंधित प्रश्न परीक्षाओं में पूँछ लिए जाते हैं। ब्राउनी गति से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी हम आज के इस आर्टिकल में देने वाले हैं।

पिछले आर्टिकल में हमने आपको सोडियम हाइड्रोक्साइड का सूत्र क्या है? इसके बारे में विस्तार के साथ बताया। जो एक बहुत ही महत्वपूर्ण टॉपिक है और कई बार बोर्ड परीक्षाओं में पूंछा जा चुका है। इस टॉपिक की जानकारी आप हमारी हिंदी केमिस्ट्री की वेवसाइट से ले सकते हैं। जिसमे हमने इस टॉपिक को विस्तार के साथ बताया है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको ब्राउनी गति से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी देने वाले हैं। ब्राउनी गति से सम्बंधित जानकारी पाने के लिए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़े। ताकि यह टॉपिक आपको अच्छे से समझ आ जाए।

टिंडल प्रभाव क्या है

ब्राउनी गति की परिभाषा (ब्राउनी गति किसे कहते हैं)

जब विलयन को माइक्रोस्कोप से देखने पर कोलायडी विलयन में उपस्थित कोलायडी कण तीव्र गति से अनियमित करते रहते हैं यानि टेढ़ी मेढ़ी गति करते रहते हैं इस गति की खोज सर्बप्रथम व्रिटिश वनस्पति वैज्ञानिक राबर्ट ब्राउन ने की थी इसलिए इसे ब्राउनी गति कहते हैं। कोलायडी विलयन में ब्राउनी गति का मुख्य कारण परिक्षिप्त प्रावस्था के कणों का कम्पन्न करते परिक्षेपण माध्यम के कणों से टकराना होता है। यह गति कणों के आकार तथा विलयन की श्यानता पर निर्भर करती है। जितनी कम श्यानता होगी तथा जितना कम आकर होगा गति उतनी ही तेजी से होगी। अथवा जब अति शक्तिशाली सूक्ष्मदर्शी से कोलायडी विलयन को देखा जाता है तो कोलायडी विलयन के कोलायडी कण अनियमित गति करते हैं तो इस गति को हम ब्राउनी गति (Zig Zag Motion) कहते हैं।

ब्राउनी गति की खोज

इस घटना का नाम वनस्पति वैज्ञानिक राबर्ट ब्राउन के नाम पर रखा गया जिन्होंने 1827 में इस घटना की खोज की थी। प्लांट के पराग में एक माइक्रोस्कोप के माध्यम से देखते हुए क्लार्किया प्यूलेला पानी में डूब गया था। 1905 में लगभग 80 साल बाद अल्बर्ट आइन्स्टीन ने एक पेपर प्रकाशित किया। जहाँ परागकण की गति को व्यक्तिगत पानी के अणुओं द्वारा स्थानांतरित किया गया था। जो उनके पहले के वैज्ञानिक योगदानों में से एक था। ब्राउनी गति की यह व्याख्या इस बात का सबूत है कि परमाणु और अणु मौजूद हैं जीन पेरिन द्वारा प्रयोगात्मक रूप से सत्यापित किया गया पेरिन नामक वैज्ञानिक को भोतिक पदार्थों की संरचना पर अपने काम के लिए नोबल पुरुष्कार से सम्मानित किया गया।

ब्राउनी गति की परिभाषा

ब्राउनी गति के उदाहरण (ब्राउनी गति किसे कहते हैं?)

  • ब्राउनी गति के उदाहरण निम्नलिखित हैं।
  • स्थिर जल पर परागकणों की गति ब्राउनी गति का उदाहरण है।
  • एक कमरे मे धूल के कणों का इधर से उधर होना व आपस में टकराना ब्राउनी गति का उदाहरण है।
  • हड्डियों के माध्यम से कैल्शियम का प्रसार।
  • हवा में प्रदूषको का प्रसार।
  • अर्धचालको में विद्युत आवेश के छिद्रों का संचालन।

ब्राउनी गति होने के कारण

आपने ऊपर के लेख में ब्राउनी गति किसे कहते हैं? ब्राउनी गति की परिभाषा क्या है इसके बारे में जाना। अब हम आपको ब्राउनी गति होने के कारण के बारे में बताते हैं। ब्राउनी गति होने का मुख्य कारण यह है कि जब कोलायडी कण माध्यम के कण से लगातार टकराते हैं तो ब्राउनी गति होती है। अथवा कोलायडी विलयन में परिक्षेपण माध्यम के अणु अपनी स्वाभविक प्रवृत्ति के कारण कोलायडी कणों (परिक्षिप्त प्रावस्था) से लगातार टकराते रहते हैं। इसी कारण ब्राउनी गति होती है।

ब्राउनी गति होने के कारण

ब्राउनी गति को प्रभावित करने वाले कारक

आपने इससे ऊपर के लेख में ब्राउनी गति होने के कारण के बारे में, ब्राउनी गति की परिभाषा और ब्राउनी गति किसे कहते हैं? इसके बारे में जाना। अब हम इस लेख में आपको ब्राउनी गति को प्रभावित करने वाले कारक के बारे में बताने वाले हैं। ब्राउनी गति को प्रभावित करने वाले कारक निम्नलिखित हैं।

  1. यदि कोलायडी कणों का आकार बढ़ा हो तो ब्राउनी गति मंद हो जाती है।
  2. ताप बढ़ाने पर ब्राउनी गति तेजी से होने लगती है।
  3. ब्राउनी गति समय के सापेक्ष अपरिवर्तित होती रहती है।
  4. यदि श्यानता कम है तो ब्राउनी गति बढ़ती है।

ब्राउनी गति का महत्त्व

ब्राउनी गति को परिभाषित करने और उसको विस्तार के साथ बताने का महत्त्व यह था कि इसने आधुनिक परमाणु सिद्धांत को समर्थन किया था। आज के समय में ब्राउनी गति का वर्णन करने वाले गणितीय मोडल का उपयोग मैथ, फिजिक्स, बायोलॉजी, केमिस्ट्री और भी बहुत सारे विषयों में किया जाता है।

ब्राउनी गति व गतिशीलता

ब्राउनी गति और अन्य प्रभावों के कारण जो गति उत्पन्न होती है आपको इनके बीच अंतर करना मुश्किल हो सकता है। ब्राउनी गति अन्य परमाणुओं या अणुओं के साथ द्रव में कणों की टेढ़ी मेढ़ी गति है। ब्राउनी गति को पेदेसिस के रूप में भी जाना जाता है। जो लिपिंग के लिए ग्रीक शब्द से आया है। द्रव में कणों की टेढ़ी मेढ़ी गति को प्रभावित करने वाला कोई भी कारक ब्राउनी गति की दर को प्रभावित करता है। ब्राउनी गति झटकेदार व कम्पन्न के रूप में दिखाई देने वाली गति होती है। वहीं बात करें यदि गतिशीलता की तो यह सीधी पथ के रूप में दिखाई देती है। माइक्रो बायोलॉजी में गतिशीलता की पुष्टि की जा सकती है।

सांद्रता किसे कहते हैं?

निष्कर्ष

दोस्तों ऊपर के आर्टिकल में हमने आपको ब्राउनी गति किसे कहते हैं? ब्राउनी गति की परिभाषा, ब्राउनी गति के क्या कारण होते हैं?इसके बारे में बताया है। इसके साथ साथ हमने इस आर्टिकल में ब्राउनी गति को प्रभावित करने वाले कारक और ब्राउनी गति के महत्त्व के बारे में विस्तार के साथ बताया है। इसी प्रकार के केमिस्ट्री से जुड़े अन्य महत्वपूर्ण टॉपिक की जानकारी हम अपनी हिंदी केमिस्ट्री की वेवसाइट पर देते रहते हैं। इसी प्रकार के महत्वपूर्ण टॉपिक की जानकारी पाने के लिए जुड़े रहिए हमारी वेव्सित के साथ तब तक के लिए धन्यवाद।

 

SOCIAL SHARE

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *