गुप्त ऊष्मा किसे कहते है गुप्त ऊष्मा की परिभाषा, मात्रक और प्रकार
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Hindi Chemistry की वेबसाइट पर आपका इस नई पोस्ट में हार्दिक स्वागत है। आज हम विज्ञान के महत्वपूर्ण पाठ ऊष्मागतिकी से संबंधित गुप्त ऊष्मा किसे कहते हैं पर चर्चा करेंगे। ऊष्मा कई प्रकार की होती है जैसे साधारण भाषा में heat कहा जाता है। विज्ञान वर्ग के विद्यार्थियों के लिए यह अच्छे से पता होता है कि गुप्त ऊष्मा कितने प्रकार की होती है। परंतु यदि यहां विज्ञान वर्ग के छात्र नहीं है फिर भी आप यह जानना चाहते हैं कि गुप्त ऊष्मा क्या है तो आप एकदम सही जगह पर आए हैं।
आज हम आपको बताएंगे की गुप्त ऊष्मा किसे कहते हैं (Gupt Ushma Kise Kahte Hain) गुप्त ऊष्मा कितने प्रकार की होती है? द्रवण की गुप्त ऊष्मा क्या है। गलन तथा वाष्पन की गुप्त ऊष्मा पर प्रकाश डालिए। कक्षा 11 के भौतिक विज्ञान और रसायन विज्ञान में थर्मोडायनेमिक्स अर्थात ऊष्मागतिकी नाम का अध्याय है उसमें यह प्रश्न बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। इसके अलावा कई प्रकार के प्रतियोगी परीक्षाओं में गुप्त उस्मा से संबंधित सवाल पूछे जाते हैं। अतः पूर्ण जानकारी के लिए इस आर्टिकल गुप्त ऊष्मा किसे कहते हैं को अंत तक अवश्य पढ़ें।
गुप्त ऊष्मा किसे कहते हैं? Latent Heat in Hindi
गुप्त ऊष्मा उस ऊष्मा को कहते हैं जो पदार्थ के ताप को स्थिर रखते हुए उसकी अवस्था में परिवर्तन लाती है। अर्थात इस परिभाषा के द्वारा हम यह कहना चाहते हैं कि गुप्त ऊष्मा किसी पदार्थ की वह ऊष्मा है जो उस पदार्थ की अवस्था परिवर्तन के समय ताप को नियत बनाए रखती है। गुप्त ऊष्मा का मात्रक कैलोरी प्रति ग्राम या किलो कैलोरी प्रति ग्राम अथवा जूल/किग्रा होता है।
चलिए अब गुप्त ऊष्मा को एक उदाहरण से समझते हैं। जब आप किसी बर्फ के क्यूब को बर्तन में रखकर गर्म करते हैं तो यह धीरे-धीरे पिघलता है और जब तक कि यह पूरा पिघल कर जल नहीं बन जाता तब तक इसका ताप स्थिर रहता है जो कि जीरो डिग्री सेल्सियस के बराबर होता है। इसके पश्चात जब यह पूरी तरह से जल में बदल जाता है तब इसका ताप बढ़ना शुरू होता है। यहां बर्फ के टुकड़े को पूरी तरह से जल में बदलने तक खर्च की गई ऊष्मा को ही बर्फ की गुप्त ऊष्मा कहते हैं।
गुप्त ऊष्मा पदार्थ की अवस्था कैसे बदलती है?
अब आपके मन में यह प्रश्न जरूर उठा रहा होगा कि आखिर यह गुप्त उस्मा किसी पदार्थ की अवस्था परिवर्तन करने में कैसे सहायक होती है। ऊष्मा किसे कहते हैं जानने के बाद अब यह जानना बहुत जरूरी हो जाता है। तो हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह ऊष्मा जिसे हम गुप्त ऊष्मा कह रहे हैं, वह पदार्थ के अंदर अंतरा आणविक बलों को तोड़ती है। और यह पदार्थ के अंदर आंतरिक ऊर्जा के रूप में संचित होकर रहती है। जैसे ही किसी पदार्थ के सारे अंतरा आणविक बल टूट जाते हैं तब यह उस ऊर्जा पदार्थ का ताप बढ़ाने लगती है और यहीं पर गुप्त ऊष्मा का काम खत्म हो जाता है।
गुप्त ऊष्मा कितने प्रकार की होती है?
यह गुप्त ऊष्मा दो प्रकार की होती है। हमने अपने इस लेख गुप्त ऊष्मा किसे कहते हैं में इसके दो भागों का वर्णन विस्तार से किया है-
गलन की गुप्त ऊष्मा
निश्चित ताप पर किसी ठोस को द्रव में बदलने के लिए जिस ऊष्मा की आवश्यकता होती है वह ऊष्मा गलन की गुप्त ऊष्मा कहलाती है। बर्फ की गुप्त ऊष्मा अर्थात गलन गुप्त ऊष्मा का मान जीरो डिग्री सेंटीग्रेड पर 80 कैलोरी प्रति किलोग्राम होती है। अर्थात इस बात का तात्पर्य यह है कि स्थिरता पर जीरो डिग्री सेंटीग्रेड टेंपरेचर पर यदि 1 किलोग्राम बर्फ को जल में बदला जाए तो 80 कैलोरी की ऊष्मा की आवश्यकता होगी।
वाष्पन की गुप्त ऊष्मा
निश्चित ताप पर किसी द्रव का वाष्प अवस्था में परिवर्तित होने के लिए जिस ऊष्मा की आवश्यकता होती है वह ऊष्मा वाष्पन की गुप्त ऊष्मा कहलाती है। यह गुप्त ऊष्मा द्रव के अंदर उपस्थित अंतरा आणविक bonds को तोड़ देती है और उनके अणुओं को मुक्त कर देती है जिससे की अवस्था में परिवर्तन हो जाता है। जल की वाष्पन की गुप्त ऊष्मा का मान 540 कैलोरी प्रति किलोग्राम होता है। इसका मतलब यह है कि 100 डिग्री सेंटीग्रेड टेंपरेचर पर ताप को नियत रखते हुए 1 किलोग्राम जल को steam में बदलने के लिए 540 कैलोरी की आवश्यकता होगी।
गुप्त ऊष्मा का सूत्र क्या होता है?
चलिए अब बात कर लेते हैं की गुप्त ऊष्मा का फार्मूला क्या होता है जिससे हम किसी पदार्थ की गुप्त ऊष्मा आसानी से ज्ञात कर सकें।
Q=mL
यहां पर m पदार्थ का द्रव्यमान है और L पदार्थ की गुप्त ऊष्मा प्रति किलोग्राम है।
विशिष्ट ऊष्मा धारिता क्या होती है?
किसी पदार्थ के 1gm का ताप 1 डिग्री सेल्सियस ताप बढ़ाने के लिए जितनी ऊष्मा की आवश्यकता होती है उसे पदार्थ की विशिष्ट ऊष्मा धारिता या विशिष्ट ऊष्मा कहते हैं। उपरोक्त परिभाषा से आप यह कह सकते हैं की जिस पदार्थ की विशिष्ट ऊष्मा धारिता जितनी ज्यादा होगी उसे गर्म करने में भी उतनी ज्यादा ऊष्मा की आवश्यकता होगी।
पदार्थ की विशिष्ट ऊष्मा धारिता को c से व्यक्त करते हैं।
Q=mc ∆T
यहां पर m पदार्थ का द्रव्यमान है और c पदार्थ की विशिष्ट ऊष्मा धारिता है ∆T तथा तापांतर है।
गुप्त ऊष्मा किसे कहते हैं से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न उत्तर
प्रश्न – Latent Heat or गुप्त ऊष्मा का मात्रक लिखिए।
उत्तर – गुप्त ऊष्मा का मात्रक कैलोरी प्रति ग्राम या किलो कैलोरी प्रति ग्राम अथवा जूल/किग्रा होता है।
प्रश्न – यह गुप्त ऊष्मा कितने प्रकार की होती है?
उत्तर – गुप्त ऊष्मा दो प्रकार की होती है, गलन की गुप्त ऊष्मा और वाष्पन की गुप्त ऊष्मा।
प्रश्न – द्रवण की गुप्त ऊष्मा क्या है?
उत्तर – ठोस पदार्थ को द्रव में बदलने के लिए स्थिरता पर प्रयुक्त ऊष्मा को द्रवण की गुप्त ऊष्मा कहते हैं इसे गलन की गुप्त ऊष्मा भी कहा जाता है।
निष्कर्ष
तो दोस्तों हमने आज के इस महत्वपूर्ण लेख में जाना की गुप्त ऊष्मा किसे कहते हैं और इसके कितने प्रकार होते हैं। गुप्त ऊष्मा का महत्व क्या है, गलन की गुप्त ऊष्मा और वाष्पन की गुप्त ऊष्मा का मान क्या होता है। क्या बर्फ की गुप्त ऊष्मा होती है। यह कुछ ऐसे महत्वपूर्ण प्रश्न है जो हमने अपने आर्टिकल में विस्तार से बताएं हैं और जो परीक्षा की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। यदि गुप्त ऊष्मा किसे कहते है संबंधित आपका कोई भी प्रश्न बाकी है तो आप हमें नीचे कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं।