ऑक्जेलिक अम्ल का सूत्र क्या है? इसके उपयोग, अणुभार तथा प्राकृतिक स्रोत
दोस्तों में आज के इस आर्टिकल हम आपको ऑक्जेलिक अम्ल का सूत्र क्या है? ऑक्जेलिक अम्ल का अणुभार क्या होता है? इसके बारे में विस्तार के साथ बताएँगे। इसके साथ हम आपको ऑक्जेलिक अम्ल के प्राकृतिक स्रोत क्या होते हैं इसके बारे में भी जानकारी देंगे। ऑक्जेलिक अम्ल एक महत्वपूर्ण टॉपिक है इस टॉपिक के बारे में कक्षा 9,10, 11 और 12 की परीक्षाओं में अक्सर पूछ लिया जाता है यदि आपने इस टॉपिक को अभी तक नहीं पड़ा है तो अब आप इस लेख के माध्यम से ऑक्जेलिक अम्ल के बारे में विस्तार के साथ पढ़ सकते हैं।
इससे पिछले आर्टिकल में हमने आपको टार्टरिक अम्ल का सूत्र क्या है? इसके बारे में बताया। जो एक महत्वपूर्ण टॉपिक है यदि आपने ऑक्जेलिक अम्ल के बारे में नहीं पड़ा है वह हमारी वेबसाइट से इस टॉपिक के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं। आज हम आपको ऑक्जेलिक अम्ल का सूत्र क्या होता है? ऑक्जेलिक अम्ल का अणुभार क्या होता है? तथा ऑक्जेलिक अम्ल के उपयोग क्या होते हैं उसके बारे में बताने वाले हैं। तो बिना किसी देरी के आइए जानते हैं ऑक्जेलिक अम्ल के सूत्र के बारे में।
ऑक्जेलिक अम्ल की परिभाषा
ऑक्जेलिक अम्ल एक प्रकार का कार्बनिक अम्ल होता है इस अम्ल का दूसरा नाम एथेनेडियोइक होता है। इसका सूत्र HO2C−CO2H होता है। इस अम्ल को (CO2H)2 के रूप में भी लिख सकते हैं। यह एक सफेद क्रिस्टलीय ठोस के रूप में होता है यह जल में रंगहीन घोल बनता है। यह सबसे सरल डाइकारबॉक्सिलिक अम्ल होता है। ऑक्जेलिक अम्ल पौधों और सब्जियों में पाया जाने वाला अम्ल होता है। यह अम्ल शरीर में एस्कॉर्बिक अम्ल या ग्लाइऑक्सिलिक अम्ल के द्वारा भीं निर्मित होता है। इस अम्ल के संपर्क में त्वचा का अधिक समय तक रहना खतरनाक साबित हो सकता है।
मुख्य रूप से ऑक्जेलिक अम्ल को वैनेडियम पेंटोक्साइड की उपस्थिति में नाइट्रिक अम्ल का उपयोग करके या वायु का उयोग करके ग्लूकोज या कार्बोहाइड्रेट के ऑक्सीकरण के द्वारा तैयार किया जाता है। ऑक्जेलिक अम्ल विशेष रूप से चुरा पर सोडियम या पोटेशियम हाइड्रोक्साइड का उपयोग करके प्राप्त किया जाता है।
4ROH + 4CO + O2 ____________> 2(CO2R)2 + 2H2O
ऑक्जेलिक अम्ल का अणुभार तथा सूत्र
इससे ऊपर के लेख में हमने आपको ऑक्जेलिक अम्ल की परिभाषा क्या होती है? इसके बारे में बताया है। इसके बारे में केमिस्ट्री से सम्बंधित सभी लोगो को पता होना चाहिए। यदि आपको क्जेलिक अम्ल का सूत्र तथा अणुभार क्या होता है इसके बारे में जानकारी नहीं है तो हम आपको बता दें कि ऑक्जेलिक अम्ल का सूत्र (CO2H)2 होता है तथा इसका अनुभार 90 होता है।
ऑक्जेलिक अम्ल का सूत्र = (CO2H)2 या C2H2O4
ऑक्जेलिक अम्ल बनाने की प्रयोगशाला विधि
इसके ऊपर के आर्टिकल में हमने आपको ऑक्जेलिक अम्ल की परिभाषा तथा सूत्र के बारे में बताया है अब हम अपको ऑक्जेलिक अम्ल बनाने की प्रयोगशाला विधि क्या होती है इसके बारे में बताने वाले हैं। तो बिना किसी देरी के आइए जानते हैं ऑक्जेलिक अम्ल बनाने की प्रयोगशाला विधि के बारे में। प्रयोगशाला में ऑक्जेलिक अम्ल बनाने की प्रयोगशाला विधि निम्नलिखित है।
सुक्रोज के ऑक्सीकरण से
प्रयोगशाला में ऑक्जेलिक अम्ल बनाने के लिए सुक्रोस का वैनेडियम पेन्टॉक्साइड उत्प्रेरक की उपस्थिति में सान्द्र नाइट्रिक अम्ल से ऑक्सीकरण कराते हैं।
सोडियम फॉर्मेट से
360oC पर सोडियम फ़ॉर्मेट को गर्म करने पर सोडियम ऑक्सैलेट का निर्माण होता है। सोडियम ऑक्सैलेट को जल में विलीन करने पर बाद में उसमे कैल्शियम हाइड्रोक्साइड का विलयन डालते हैं। जिस कारण कैल्शियम ऑक्सीलेट के अवक्षेप प्राप्त होते हैं। विलयन में उपस्थित अविलेय कैल्शियम ऑक्सीलेट को छानकर अलग कर लेते हैं और उसकी क्रिया तनु सल्फ्यूरिक अम्ल की आवश्यक मात्रा से कराते हैं। जिस कारण ऑक्जेलिक अम्ल और कैल्शियम सल्फेट का सफेद अवक्षेप प्राप्त होता है।
ऑक्जेलिक अम्ल का प्राकृतिक स्रोत
इससे ऊपर के लेख में हमने आपको ऑक्जेलिक अम्ल की परिभाषा, ऑक्जेलिक अम्ल का सूत्र तथा अणुभार क्या होता है इसके बारे में बताया है इसके साथ हमने आपको ऑक्जेलिक अम्ल बनाने की प्रयोगशाला विधि के बारे में जानकारी दी। अब हम आपको ऑक्जेलिक अम्ल का प्राकृतिक स्रोत क्या होता है। इसके बारे में बताते हैं। ऑक्जेलिक अम्ल का प्राकृतिक स्रोत पौधे होते हैं क्योंकि ऑक्जेलिक अम्ल सोडियम और पोटेशियम के लवण के रूप में पौधों में पाया जाता है।
ऑक्जेलिक अम्ल के गुण
ऑक्जेलिक अम्ल के गुण निम्नलिखित हैं।
- ऑक्जेलिक अम्ल पोटेशियम परमैग्नेट के द्वारा जल्द ही ओक्सिकृत हो जाता है।
- इस अम्ल को गर्म करने पर यह अम्ल फार्मिक अम्ल, कार्बन डाइ-आक्साइड, कार्बन मोनोक्साइड और पानी में अलग हो जाता है।
- सांद्र सल्फ्यूरिक अम्ल के द्वारा यह विच्छेद अलग हो जाता है। यह विच्छेदन कम ताप पर होता है।
- ऑक्जेलिक अम्ल में लगभग आठ भाग जल होता है ये जल अधिक ताप पर गर्म करने पर इसका जल निकल जाता है।
ऑक्जेलिक अम्ल के उपयोग
ऑक्जेलिक अम्ल के उपयोग निम्नलिखत हैं।
- ऑक्जेलिक अम्ल का उपयोग रंगाई करने में मार्डेंट के रूप में किया जाता है।
- ऑक्जेलिक अम्ल का उपयोग जंग हटाने के लिए किया जाता है।
- ऑक्जेलिक अम्ल का उपयोग संगमरमर की मूर्तियों को चमकाने के लिए किया जाता है।
- इसका उपयोग डाई बनाने के लिए किया जाता है।
- ऑक्जेलिक अम्ल का उपयोग ब्लीच में किया जाता है।
- ऑक्जेलिक अम्ल का उपयोग स्याही और भोजन के दाग हटाने के लिए किया जाता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
प्रश्न – ऑक्जेलिक अम्ल क्या काम आता है?
उत्तर – ऑक्जेलिक अम्ल का काम भोजन या स्याही का किसी भी तरीका का दाग हटाने के लिए किया जाता है। इसका उपयोग विरंजन के लिए या विशेष प्रकार से जंग को हटाने के लिए किया जाता है।
प्रश्न – ऑक्जेलिक अम्ल कौन से फल में पाया जाता है?
उत्तर – ऑक्जेलिक अम्ल मुख्य रूप से टमाटर, अरबी, सूरन, पालक, स्ट्रॉबेरी, नट्स तथा मूंगफली में पाया जाता है।
निष्कर्ष
आज के इस आर्टिकल में हमने आपको ऑक्जेलिक अम्ल का सूत्र क्या है? ऑक्जेलिक अम्ल का अणुभार क्या होता है? इसके बारे में विस्तार के साथ बताया है। इसके साथ हमने आपको ऑक्जेलिक अम्ल के प्राकृतिक स्रोत क्या होते हैं, ऑक्जेलिक अम्ल के गुण तथा उपयोग क्या होते हैं। इसके बारे में बताया है। उम्मीद करता हूँ आपको ऑक्जेलिक अम्ल के बारे में यह जानकारी पसंद आयी होगी। इसी प्रकार के अन्य आर्टिकल की जानकारी हम अपनी इस वेबसाइट पर लेकर आते रहते हैं। केमिस्ट्री विषय से सम्बंधित इसी प्रकार के आर्टिकल की जानकारी पाने के लिए जुड़े रहिए “हिंदी केमिस्ट्री” वेबसाइट के साथ तब तक के लिए धन्यवाद।