समस्थानिक किसे कहते हैं इसके उपयोग, उदहारण तथा गुण

समस्थानिक किसे कहते हैं
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नमस्कार दोस्तों हमारी हिंदी केमिस्ट्री की इस वेबसाइट पर आपका बहुत-बहुत स्वागत है। आज एक बार फिर से आपके लिए नया आर्टिकल लेकर आए। हमारा आज का टॉपिक है समस्थानिक किसे कहते हैं (Samasthanik Kise Kahate Hain), यदि आप रसायन विज्ञान के छात्र रहे होंगे तो आपको इसके बारे में कुछ ना कुछ जानकारी अवश्य होगी क्योंकि यह टॉपिक कक्षा 9 से पढ़ाना शुरू कर दिया जाता है। इसके ही बारे में आज विस्तार से हम अपने इस लेख में बताने वाले हैं। हम पूर्ण आशा करते हैं कि आप हमारे वेबसाइट के लेखों को ध्यान से पढ़ते होंगे और कुछ ना कुछ जानकारी जरूर प्राप्त करते होंगे।

आज का यह लेख आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होने जा रहा है क्योंकि हम बहुत ही महत्वपूर्ण प्रश्न जो की बोर्ड परीक्षा से लेकर प्रतियोगी परीक्षाओं में भी पूछे जाते हैं जैसे कि समस्थानिक किसे कहते हैं, समस्थानिक के गुण क्या है समस्थानिक के उपयोग और समस्थानिक के उदाहरण भी लिखिए आदि। हमने अपने सुलेख में कुछ तत्वों के समस्थानिक ओं के बारे में विस्तार से बताया है और साथ ही समस्थानिक के उपयोगों के बारे में विस्तार से व्याख्या की है। तो बिना कोई देर की चलिए शुरू करते हैं अपना आज का लेख समस्थानिक क्या है।

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समस्थानिक की परिभाषा अथवा समस्थानिक किसे कहते हैं?

समस्थानिक शब्द के बारे में सबसे पहले वैज्ञानिक डाल्टन ने हमें बताया था। समस्थानिक शब्द का अर्थ होता है कि समान स्थान पर रखे हुए परमाणु। इसकी परिभाषा कुछ इस प्रकार से दी जा सकती है कि किसी तत्व के परमाणु समस्थानिक परमाणु कहलाते हैं जिनका परमाणु क्रमांक समान होता है परंतु परमाणु भार अलग-अलग होता है।

समस्थानिक में हर एक परमाणु में बराबर संख्या में प्रोटॉन उपस्थित होते हैं जिस कर इन के परमाणु क्रमांक समान रहते हैं परंतु न्यूट्रॉन की संख्या अलग होने के कारण उनके परमाणु भार में परिवर्तन देखने को मिलता है।

समस्थानिक के उदाहरण

अब आपको अपने इस लेख समस्थानिक किसे कहते हैं के अंतर्गत उनके उदाहरण आपको बताने जा रहे हैं। उदाहरण के माध्यम से ही आपको समस्थानिको के बारे में अच्छे से जानकारी प्राप्त हो पाएगी।

हाइड्रोजन के तीन समस्थानिक खोजें गए हैं। प्रोटियम, ड्यूटीरियम तथा ट्रिटियम। हाइड्रोजन के नाभिक में प्रोटॉन उपस्थित होता है जिस कारण इसका परमाणु क्रमांक 1 होता है। अतः इस के तीनों समस्थानिक का परमाणु क्रमांक एक होता है लेकिन इन समस्थानिकओं के नाभिक में न्यूट्रॉन की संख्या अलग-अलग होती है। जिस कारण प्रोटियम (1H1), ड्यूटीरियम (1H2) और ट्राईटियम (1H3) का परमाणु भार भिन्न-भिन्न हो जाता है और यह तीनों हाइड्रोजन के समस्थानिक कहलाते हैं।

समस्थानिक के उदाहरण

आइए अभी और एक अन्य उदाहरण से समझते हैं। कार्बन का परमाणु क्रमांक आवर्त सारणी में 6 होता है। अतः कार्बन परमाणु के नाभिक में 6 प्रोटोन उपस्थित होते हैं। कार्बन के तीन समस्थानिक होते हैं कार्बन – 12, कार्बन – 13 और कार्बन 14, इन सभी में प्रोटोन की संख्या अच्छा है तो समान होती है परंतु इनमें न्यूट्रॉनस की संख्या अलग-अलग पाई जाती है। जिस कारण इनके परमाणु द्रव्यमान क्रमसा 12, 13 तथा 14 होते हैं और यह तीनों कार्बन के समस्थानिक कहलाते हैं।

समस्थानिक के गुण

इनके गुण निम्न प्रकार है –

  • किसी तत्व के प्रत्येक समस्थानिक के भौतिक गुण अलग-अलग पाए जाते हैं।
  • परंतु किसी एक तत्व के जितने भी समस्थानिक होते हैं उनके रासायनिक गुण एक जैसे ही होते हैं।
  • तत्वों के समस्थानिक में प्रोटॉन की संख्या और इलेक्ट्रॉन की संख्या समान पाई जाती है।
  • पूरी आवर्त सारणी में हाइड्रोजन एकमात्र ऐसा तत्व है जिसकी तीनो समस्थानिक के नाम अलग-अलग रखे गए हैं।
  • हाइड्रोजन का तीसरे नंबर का समस्थानिक किसे tritium कहा जाता है रेडियोएक्टिवता का गुण दर्शाता है।
  • आवर्त सारणी में पोलोनियम नाम के तत्व के सबसे अधिक समस्थानिक पाए जाते हैं।

समस्थानिक के गुण

समस्थानिक के उपयोग

  • कोबाल्ट 60 समस्थानिक का प्रयोग कुछ बीमारियां जैसे कि कैंसर के उपचार में किया जाता है।
  • कार्बन 12 का उपयोग पुराने जीवाश्म की आयु का अनुमान लगाने में किया जाता है जिसे कार्बन डेटिंग के नाम से भी जाना जाता है।
  • आयोडीन 131 का प्रयोग थायराइड कैंसर, घेंघा रोग, ब्रेन ट्यूमर आदि जैसे गंभीर रोगों में किया जाता है।
  • अमेरिकन 241 का प्रयोग तेल के कुएं का पता लगाने में तथा रोलिंग स्टील आदि में किया जाता है।
  • टाइटेनियम 201 का प्रयोग हृदय के ऊतकों की क्षति का अनुमान लगाने में किया जाता है।
  • यूरेनियम 235 का उपयोग नौसेना, दीवार की टाइल्स बनाने में, नाभिकीय ईंधन, फ्लोरोसेंट ग्लासवेयर आदि में किया जाता है।
  • आर्सेनिक 74 का प्रयोग शरीर में ट्यूमर जैसी बीमारियों का पता लगाने में किया जाता है।
  • लौह 59 का प्रयोग रक्त की कमी का पता लगाने में किया जाता है।
  • आयोडीन 125 आंख के कैंसर के इलाज में किया जाता है।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

प्रश्न. हाइड्रोजन के तीन समस्थानिक के नाम लिखिए?
उत्तर. हाइड्रोजन के तीन समस्थानिक होते हैं जिनके नाम क्रमशः इस प्रकार हैं प्रोटियम ड्यूटीरियम ट्रिटियम। इनमें से ट्रीटीअम रेडियोएक्टिव समस्थानिक है।

प्रश्न. समस्थानिक एवं समभारिक तत्व में अंतर लिखिए?
उत्तर. समस्थानिक ऐसे तत्व होते हैं जिनके परमाणु क्रमांक समान होते हैं परंतु परमाणु भार भिन्न भिन्न होते हैं। समभारिक ऐसे तत्व होते हैं जिनके परमाणु क्रमांक तो भिन्न-भिन्न होते हैं परंतु परमाणु भार समान होते हैं।

प्रश्न. कार्बन के समस्थानिक के नाम लिखिए?
उत्तर. कार्बन के तीन समस्थानिक होते हैं जिनके नाम पर हमसे इस प्रकार हैं कार्बन -12, कार्बन -13 & कार्बन -14, इनमें से कार्बन 14 का प्रयोग कार्बन डेटिंग के लिए किया जाता है।

प्रश्न. कार्बन डेटिंग से आप क्या समझते हैं?
उत्तर. यह एक ऐसी विधि है जिसके द्वारा हम कार्बनिक पदार्थों की आयु का अनुमान लगाने के लिए प्रयोग करते हैं। इसमें carbon-14 का प्रयोग किया जाता है जोकि कार्बन का एक समस्थानिक है। रेडियोएक्टिव तत्व गुण होने के कारण इससे सजीवों की आयु का पता लगाने में बहुत सहायता मिलती है।

निष्कर्ष

हमने अपनी आज किस लेख में समस्थानिक ओं के बारे में विस्तार से चर्चा की और जाना कि समस्थानिक किसे कहते हैं (Isotopes Kya Hai), उम्मीद करते हैं आपको हमारे लिए बहुत पसंद आया होगा। ऐसे ही जानकारी भरेगा टिकल्स को पढ़ने के लिए आप हमारी वेबसाइट पर प्रतिदिन विजिट कर सकते हैं क्योंकि हम आपको नए-नए लेख प्रतिदिन मिलते हैं। हम बहुत जल्द मिलेंगे एक नए लेख के साथ, तब तक के लिए नमस्कार साथियों।

 

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